Aarti Balkrishna Ki Kijeआरती बाल कृष्ण की कीजै
आरती बाल कृष्ण की कीजै
अपनो जन्म सफल कर लीजै
अपनो जन्म सफल कर लीजै
आरती बाल कृष्ण की कीजै
अपनो जन्म सफल कर लीजै
आरती बाल कृष्ण की कीजै
श्री यशोदा को परम दुलारो
Aarti Saibabaआरती साईबाबा
सौख्यदातार जीवा
चरणरजातली द्यावा दासा विसावा भक्ता विसावा
आरती साईबाबा
सौख्यदातार जीवा
चरणरजातली द्यावा दासा विसावा भक्ता विसावा
आरती साईबाबा
जाळुनियां अनंग
Jahale Bhajanजाहले भजन आम्ही नमितो तव चरण
आम्ही नमितो तव चरण
वारुनिया विघ्ने वारुनिया विघ्ने देवा रक्षावे दीना
जाहले भजन आम्ही नमितो तव चरण
आम्ही नमितो तव चरण
वारुनिया विघ्ने वारुनिया विघ्ने देवा रक्षावे दीना
दास तुझे आम्ही देवा तुजलाची ध्यातो
देवा तुजलाची ध्यातो
Jai Radhe Jai Krishnaजय राधे जय कृष्ण जय वृन्दावन रसिक मुकुट मणि जय गोपी जन
जय राधे जय कृष्ण जय वृन्दावन रसिक मुकुट मणि जय गोपी जन
जय राधे जय कृष्ण जय वृन्दावन रसिक मुकुट मणि जय गोपी जन
जय राधे जय कृष्ण जय वृन्दावन रसिक मुकुट मणि जय गोपी जन
नित जहा राधा वल्लव जीवन सेवा कुंज निधिवन राधा रमन
नित जहा राधा वल्लव जीवन सेवा कुंज निधिवन राधा रमन
जय राधे जय कृष्ण जय वृन्दावन रसिक मुकुट मणि जय गोपी जन
जय राधे जय कृष्ण जय वृन्दावन रसिक मुकुट मणि जय गोपी जन
Main Teri Hoon Janamमैं तेरी हूँ जानम तू मेरा जिया
जुदा तन से जाँ को किसने किया
मैं तेरी हूँ जानम तू मेरा जिया
जुदा तन से जाँ को किसने किया
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
तेरी मीठी मीठी बातों में खो जाऊँ
Pasaydanआतां विश्वात्मके देवे येणे वाग्यज्ञे तोषावे
तोषोनि मज द्यावे पसायदान हे
जे खळांचि व्यंकटी सांडो तया सत्कर्मी रती वाढो
भूतां परस्परे पडो मैत्र जीवांचे
दुरितांचे तिमिर जावो विश्व स्वधर्म सूर्ये पाहो
जो जे वांछील तो ते लाहो प्राणिजात
वर्षत सकळ मंगळी ईश्वरनिष्ठांची मांदियाळी
अनवरत भूमंडळी भेटतु भूता
Rishta Tera Meraरिश्ता तेरा मेरा सबसे है याला
रिश्ता तेरा मेरा सबसे है याला
में तेरी मैया तू है मेरा लाला
तू मेरा लाला
रिश्ता तेरा मेरा सबसे है याला
में तेरी मैया तू है मेरा लाला
तू मेरा लाला
रिश्ता यशोदा का जो श्याम से है
Ruk Ja Mere Chhaila Tooरुक जा मेरे छैला तू
मैं तो तेरी लैला हूँ
हो रुक जा मेरे छैला तू
मैं तो तेरी लैला हूँ
बात ज़रा सी इतनी बधाई
अच्छी नही है प्रेम लड़ाई
रुक जा मेरे छैला तू
मैं तो तेरी लैला हूँ
Sai Digambaraऐसा येई बा साई दिगंबरा साई दिगंबरा
अक्षयरूप अवतारा सर्वही व्यापक तू
श्रुतिसारा अनुसया त्रिकुमारा ऐसा येईबा
साई दिगंबरा साई दिगंबरा
अक्षयरूप अवतारा सर्वही व्यापक तू
श्रुतिसारा अनुसया त्रिकुमारा ऐसा येईबा
काशी स्नान जप प्रतिदिवशी
कोल्हापुर भिक्षेसि निर्मल नदीतुंगा